Book Title: Jinbhadragani Krut Dhyanshatak evam uski Haribhadriya Tika Ek Tulnatmak Adhyayan
Author(s): Priyashraddhanjanashreeji
Publisher: Priyashraddhanjanashreeji

View full book text
Previous | Next

Page 489
________________ सन् 2010 ___85. संकलनकर्ता प्रार्थनासागर मंत्र यंत्र और तंत्र मुनि प्रार्थनासागर फाउण्डेशन सन् 2008 86. ले. पं. प्रभुदास श्री जैन शासन संस्था : विनियोग परिवार, सूरत वि.सं. 2049 एक महत्त्वपूर्ण संशोधन 87. सं. प्रद्युम्नविजयगणि उपाध्याय यशोविजयजी श्री महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई-6 सन् 1993 स्वाध्याय ग्रन्थ 88. अनु. मुनि प्रियदर्शनश्री स्वाध्याय-सूत्र (आ. श्री श्वेताम्बर स्थानक जैन स्वाध्यायी संघ, सन् 2003 सुदर्शन) गुलाबपुरा (राज.) 89. अनु. प्रवीणचंद योगावतारद्वात्रिशिंका गीतार्थ गंगा पालड़ी, अहमदाबाद सन् 2008 90. विवे. प्रवीणचंद खीमाजी योगसार-प्रकरण गीतार्थ गंगा पालड़ी, अहमदाबाद वि.सं. 2534 91. सं. फूलचंद सिद्धांताचार्य सर्वार्थसिद्धि (पूज्यपाद) भारतीय ज्ञानपीठ, न्यू दिल्ली, संस्करण-7 सन् 1997 92. विवे. फूलचंद सिद्धांताचार्य तत्त्वार्थसूत्र श्री गणेशवर्णी दि.जैन संस्थान, वाराणसी सन् 1991 93. सं. बच्छराजदुगड़ जैन-भारती तेरापंथ भवन महावीर चौक, गंगाशहर . (वर्ष-58, अंक-2) 94. ले. बुद्धघोष विसुद्धिमग बौद्धभारती, वाराणसी सन् 1977 95. रचनाकार बुद्धिसागर ध्यान-विचार श्री अध्यात्मज्ञान प्रचारक मंडल, पादरा सन् 1924 96. अनु. बालचंद शास्त्री ध्यानशतक वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली सन् 1976 97. अनु. बालचंद शास्त्री ध्यानस्तव वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली सन् 1976 98. अनु. बालंचद शास्त्री ज्ञानार्णव (शुभचंद्र) जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापुर सन् 1977 रचित ब्रह्मदेव बृहत्द्रव्यसंग्रह (टीका श्रीमद् रायचन्द्र आश्रम, अगास वि.सं. 2022 सहित) 100 सं. भट्टाकलंकदेव ___तत्त्वार्थराजवार्त्तिकम् यूनिवर्सल एजेन्सी, देरगांव आसाम 101 विवे. भद्रगुप्तविजय ज्ञानसार (उ.यशोविजय) विश्व कल्याण प्रकाशन ट्रस्ट, महेसाणा वि.सं. 2042 102 वि. भद्रगुप्तसूरि शान्तसुधारस विश्व कल्याण प्रकाशन ट्रस्ट, महेसाणा सन् 1997 103 अनु. भद्रबाहुविजय प्रशमरति (उमास्वाति).. विश्व कल्याण प्रकाशन ट्रस्ट, महेसाणा सन् 1997 104 विवे. भानुविजयगणि ध्यानशतक दिव्यदर्शन कार्यालय, अहमदाबाद वि.सं. 2027 105 वि. भानुविनयगणि ललितविस्तरा दिव्यदर्शन कार्यालय, अहमदाबाद वीर सं. 2525 106 सं. आ.भरतसागर ध्यान-सूत्राणि भारतवर्षीय अनेकांत विद्वत् परिषद, सन् 1994 (माघनन्दी) लोहारिया 107 ले. डॉ. मुक्तिप्रभा योग-प्रयोग–अयोग प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर सन् 1993 108 ले. डॉ. मंगला भारतीय दर्शन में योग सहयोगी प्रकाशन भदैनी, वाराणसी सन् 1983 109 सं. समश्री मंगलप्रज्ञा आर्हतीदृष्टि आदर्श साहित्य संघ, चुरू सन् 2003 110 सं. मार्डन थॉट योगवसिष्ठ बी.एल. अत्रे, द इण्डियन बुक शॉप,बनारस । सन् 1954 Jain Education Intemational For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 487 488 489 490 491 492 493 494 495