Book Title: Jina Bhakti
Author(s): Bhadrankarvijay
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 141
________________ प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर सन् १९८८ एवं १९८६ के नये प्रकाशन शन पुस्तक लेखक प्रा.भा. पु. मूल्य 44. वज्जालग्ग में जीवन मूल्य (प्रा. हि.) डा. के. सी. सोगाणी 10.00 45. गीता चयनिका (सं. हि.) डा. के. सी. सोगाणी 16.00 46. ऋषिभाषित सूत्र (प्रा. हि. अं.) सं. म. विनय सागर 100.00 47. नाडि विज्ञानम् 48. तथा नाडि प्रकाशम् (सं. अं.) डा. जे. सी. सिकदर 30.00 49. ऋषिभाषित : एक अध्ययन (हिं.) डा. सागरमल जैन 30.00 50. उववाइय सुत्तं (प्रा. हि. अं.) सं. गणेश ललवानी सजिल्द 100.00 अजिल्द 80.00 51. उत्तराध्ययन चयनिका (प्रा. हि.) डा. के. सी. सोगाणी 10.00 52. समयसार चयनिका (प्रा. हि.) डा. के. सी. सोगाणी 16.00 53. परमात्मप्रकाश व योगसार चयनिका (प्रा. हि.) , डा. के. सी. सोगाणी 10.00 54. ऋषिभाषित : ए स्टडी (अं.) डा. सागरमल जैन 30.00 55. अर्हत् - वंदना (हि.) म. चन्द्र प्रभ सागर 3.00 56. राजस्थान में स्वामी विवेकानन्द पं. झाबरमल्ल शर्मा 75.00 57. श्री आनन्दघन चौबीसी (रा. हि.) सं. भंवरलाल नाहटा 30.00 58. देवचन्द्र चौबीसी सानुवाद (रा. हि.) प्र. सज्जन श्री जी 60.00 59. सर्वज्ञ कथित परम सामायिक धर्म (हि.) विजयकला पूर्ण सूरि 30.00 60. दुःख मुक्ति : सुख प्राप्ति (हि.) कन्हैयालाल लोढा 30.00 61. गाथा सप्तशती (प्रा. सं. हि.) सं. हरिराम प्राचार्य 100.00 62. त्रिषष्टि शलाका पुरुष चरित्र (हि.) गणेश ललवानी 100.00 63. योगशास्त्र अॉफ हेमचन्द्राचार्य (सं. अं.) सं. सुरेन्द्र बोथरा 100.00 64. जिन-भक्ति (प्रा. सं. हि.) अ. भद्रकर विजय गरिण 25.00 65. सहजानन्द घन चरियं (अप.) भंवरलाल नाहटा 20.00 66. अागम युग का जैन दर्शन दलसुख भाई मालवणिया सजिल्द 80.00 प्रजिल्द 60.00 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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