Book Title: Jeevandhar Swami
Author(s): Dharmchand Shastri
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 38
________________ दीपू हल शिक्षा किस 5 और अ क्यों यह तो निर्जीव है ? Vikrant Patni JHALRAPATAN मालूम देख इस जैन कॉमिक्स 'आटे का मुर्गा 'में राहुल! देखो मैं गोली खा रहा हूं अरे! यह तो बतख के आकार की है (इसे मत खा नहीं, इसे खाने से पाप लगता है क्या मेरी बतख पर तुम्हारी जीभ में भी पानी आ गया ? यह तुमने कहां से पढ़ लिया ? नहीं, किसी प्राणी के आकार वाली वस्तु नहीं खाना चाहिए । आर्द्र सुनो, एक राजा ने निर्जीव आटे का मुर्गा बली में चढ़ाया था उसे बहुत दुःख उठाने पड़े । तब तो हम भी जीवों के आकार वाली वस्तुऐं नहीं खायेंगे तभी तो फायदा है 'जैन कॉमिक्स पढ़ने का । सरल शिक्षा का एक विचारजैन कॉमिक्स का हो प्रचार

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