Book Title: Jainstotrasandohe Part 2
Author(s): Chaturvijay
Publisher: Sarabhai Manilal Nawab

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Page 559
________________ - दया की मी का पूजी दिल ४५६७ कै. मं. एक तब कांध セ Copyright fa 01 સુધાલાપ કચેરમેન મુખવા દેશનાથના પણથી દિલગnm યુગમાં नमः शिनमः मानशि पिनमः नमः शिदैन २० निदानश नव्यैनमः प्रायेन पद्माये १०३६३५२ म होझालाये मानस्ये नम नमः दि प दैवदन श्री नाव यस नगी १०२ श वार्थ नमः थे नमः एक प be .w स्वा की 星期 पटवन्द देव श्रृंखला था शायै नमः येनमः ३०० साली बमान रुश्न सी ટેપમાને ધ્વનિ પ્રધાન વાથે યુવાનળમાં સ્થાય चिनम: नमः ጓል ። ६पनिर निदान નથનમ પાસા નગર Samaa छुप धस विद साकल्येन येनमः DAR A. 5 on S ચૈત્ર ૪૭ શ્રી સત્તરસય (તિજયપહૃત્ત) સ્તોત્ર યંત્ર ૪ ब வ A 3 म की बा श्री से श्रील बर या श्री की

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