Book Title: Jainology Parichaya 02
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 39
________________ * इस व्याकरणपाठ के अंतर्गत आए हुए प्राकृत वाक्यों का हिंदी अनुवाद पूछा जायेगा । हिंदी वाक्यों का प्राक्त नहीं पूछा जायेगा। (२) नमूने के तौर पर कुछ वस्तुनिष्ठ प्रश्न दिये हैं । इसके आधार से विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी करें । १) निम्नलिखित क्रियापदों के समूह से वर्तमानकाल, भूतकाल और भविष्यकाल के क्रियापद अलगअलग कीजिए। भणइ, भक्खिंसु, पुच्छंति, खिवसि, पासित्था, पिविस्सामि, पूइस्सामि, उवविसामो, सिक्खामि, पडिंसु, जीविहिह, लहेमो, गुंफिहिमि, सुणिस्सामो, गायंति, हणिस्सइ, होमि, वंदित्था, भुंजह, सुविस्सह, आगच्छिहिइ, पुच्छिंसनमसि, रमिस्ससि, लहित्था, लिहिस्संति । (२) (अ) अधोरेखित क्रियापदों के वर्तमान काल के उचित क्रियारूप लिखिए । १) सो रत्तिं न (भुंज)। २) अम्हे भारहे (वस)। (ब) अधोरेखित क्रियापदों के भूतकाल के उचित क्रियारूप लिखिए । १) सीया रमणीयं वणं (पास) । २) ते दुद्धं (पिव)। (क) अधोरेखित क्रियापदों के भविष्यकाल के उचित क्रियारूप लिखिए । १) अरविंदो पुण्णेण सगं (लह) । २) तुम्हे सुहेण (जीव)। (३) उचित पर्याय चुनिए । १) तुम्हे संझाए कीलह/कीलसि । २) अम्हे उज्जाणे रमामि/रमामो । ३) सो मोरस्स चित्तं पासित्था/पासिंसु । ४) ते पोत्थयं पढइ/पढंति । ५) रामो वणं गच्छित्था/गच्छिंसु । ६) नीला विउलं धणं लहिस्ससि/लहिस्सइ । ७) कागो पंजराओ उड्डिहिइ/उड्डिहिंति । ८) कन्नाओ महुरं गीयं गायंति/गायइ । ९) अहं सच्चं भणामि/भणामो । १०) छत्ता आयरियं पुच्छंति/पुच्छइ । (४) अधोरेखित शब्दों की विभक्ति लिखिए । १) जिणेहिं धम्मो कहिओ। २) कमला संझाए कीलिस्सइ ।

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