Book Title: Jaino Ka Itihas Darshan Vyavahar Evam Vaignanik Adhar
Author(s): Chhaganlal Jain, Santosh Jain, Tara Jain
Publisher: Rajasthani Granthagar

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Page 291
________________ शुद्धि-पत्र कहाँ पृष्ठ अशुद्धि शुद्ध रूप संख्या (जहाँ अशुद्धि है) । (वर्तमान) । (पढ़ा जाये) 13. आठवीं लाइन 566 ई.पू. | 599 ई.पू. 51 पैरा 2 तीसरी लाइन | Rihabbudutta | Rishabdutta 52 | पैरा 3 दूसरी लाइन | Reggriha Rajgriha | सातवीं लाइन क्रआचारंग | आचारंग दसवीं लाइन के नीचे नीचै गोत्रस्य | नीचे र्गोत्रस्य दोहा | 209 | दसवीं लाइन दोहा मनुव वादूर मनुवगाहीए

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