Book Title: Jainism Course Part 02
Author(s): Maniprabhashreeji
Publisher: Adinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi

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Page 192
________________ 11. 12. 13. 14. 15. Q.G 1. 2. 3. 4. 5. 1. चतुर्दश पूर्वधर मुनि का नाम दक्षिण श्रेणी के नगरों में 2. 3. नरक की एक वेदना. संप्रति महाराज ने 36000 "उन धर्म चक्रवर्ती को" यह. व सूत्र अर्थ एवं काव्य विभाग : 1. गाथा पूर्ण करे: नीचे दिये गए M.P.S. शब्द में एक गाथा के अक्षर बिखरे हुए है। इन अक्षरों को काना मात्रा लगाकर गाथा तैयार करें। 10 Marks उ च गण । स द . है। . राजा राज्य करते है। बंधाव्या । ..शब्द का अर्थ है। अट्ठ। क्ख ज्ज टु त ल ह जाम . वईक्कंतो। . दुक्कड़ं। अ Q. सभी के प्रथम अक्षर मिलने पर एक भगवान का नाम बनता है। चक्रवर्ती. . कूट पर स्वयं का नाम लिखता है। चक्रवर्ती. . खंड जितता है। .से मिला तीर्थंकर पद। 162 ट्ट ह क्क स सिद्धे भो. निस्संकिय अ............. . हो, का तिरहं गुत्तीणं. 2. अर्थ लिखें। write the meaning of the following. 1 अइयारो कओ 2 सव्वस्स वि देवसिअ 3 काय - दुक्कड़ाए 4 तेरहमें अभ्याख्यान। स्स स 14 म 쇠 म न 회 * 4 Marks 5 Marks

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