Book Title: Jainatva ki Zaki
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 3
________________ अब तक हिन्दी, गुजराती, मराठी और कन्नड़ भाषा में तीस हजार से अधिक प्रकाशित । पंजाबी और तमिल में अनुवाद के पथ पर लेखक उपाध्याय अमरमुनि पुस्तक अब तक के हिन्दी-संस्करण प्रथम संस्करण, 1949 द्वितीय संस्करण, 1952 तृतीय संस्करण, 1957 चतुर्थ संस्करण, 1967 पंचम संस्करण, 1980 षष्ठम संस्करण, 1983 सप्तम संस्करण, 1987 अष्टम संस्करण, 1991 नवम संस्करण, 1995 दशम संस्करण 1998 परिवर्तित संशोधित दशम संस्करण 1998 मूल्य: क आकी 18.00 रुपय प्रकाशक सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा-2 :मुद्रक: कुशल प्रिंटिग प्रेस. मोतीकटरा, आगरा-282 003 0:265826 - - - - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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