Book Title: Jainacharya Pratibodhit Gotra evam Jatiyan
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Jinharisagarsuri Gyan Bhandar

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Page 73
________________ ६२ छाजड में घालि दीनौ ताहू पै छाजड भये, असल बरढीया तें छाजड कुमार जू । पाटण पीरान मांझि सोतो सारो जग जाने, कोले पल्लीवाल सोतो पाइली मुझार जू ॥ ताके पीछे खेड वीचि बेगड विरुद धर्यो, सय मकसूद खरतरे सिरशर ज । कलशदंड चढाया वेगड विरुद पाया, धराया ताते गच्छ चौरासीयें वेगड सिंगार ज ||४०॥ पहिला छाजड कोला वरढीया पल्लीवाल, उवांका गुरु पल्लीवाल पल्ली शुभ थान जू 1 बीजा बेगड प्रसिद्ध खेड में हुया समृद्ध, सातवीस देहरा कराया सुप्रधान ज़ || सोवन कलश दंड मंडप मंड अखण्ड, पातसाही सनाथ मेदिनी मंडान जू । खेड पल्ली सोनगिरि गुजर जंगलधर, Jain Education International गौरी गृह एते थान वेगडे दीवान जू ॥४१॥ For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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