Book Title: Jain Siddhant Pravesh Ratnamala 05
Author(s): Digambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
Publisher: Digambar Jain Mumukshu Mandal

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Page 322
________________ ( ३१४ ) प्रश्न २१६ - चैत्र शुक्ला त्रयोदशी के दिन भगवान महावीर जयन्ती और दिपावली के दिन निर्वाणोत्सव से क्या-क्या सिद्धान्त निकलते हैं ? उत्तर- (१) निमित्तरूप भगवान के मानने से सम्पूर्ण दुख का अभाव । (२) क्रमबद्ध - क्रयनियमित पर्याय की सिद्धि । ( ३ ) सम्यदर्शन प्राप्त किये बिना जीवन व्यर्थ है । (४) उपादान - निमित्त की स्वतन्त्रता का पता चल जाता है । (५) जितने भी निमित्त है सब धर्म द्रव्य के समान ही हैं । ( ६ ) तत्त्व विचार से ही धर्म की प्राप्ति (७) एक द्रव्य दूसरे द्रव्य का कुछ नही कर सकता है । (८) तेरा सुख तेरे पास ही है बाहर नही है । (६) प्रत्येक जीव मात्र अपनी भूल से ही दुखी होता है और स्वय भूल रहित स्वभाव का आश्रय लेकर अभाव कर सकता है । (१०) रागादि की उत्पत्ति हिंसा है । जय महावीर - जय महावीर

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