Book Title: Jain Shwetambar Terapanthi Sampraday Ka Sankshipta Itihas
Author(s): Shreechand Rampuriya
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Sabha

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Page 54
________________ ( ५३ ) १० - १८४ वर्ष में समस्त दीक्षित सिर्फ संतों में मोटगण बाहरं औसत प्रतिशत २५ ११ - १८४ वर्ष में समस्त दीक्षित संतों के हिसाब से नाबालिग दीक्षित संत प्रतिशत गणबाहर ३ से कम १२ - १८४ वर्ष में समस्त दीक्षित संतों के हिसाब से गणबाहर साबालिग दोचित संत प्रतिशत २२ १३ - नाबालिग संत दीक्षित के हिसाब से नाबालिग संत साबालिग होने पर गण बाहर प्रतिशत १३ से कम १४ – साबालिग संत दीक्षित के हिसाब से साबालिग संत गण बाहर प्रतिशत २६ १५ - १८४ वर्ष में समस्त सतियाँ दीक्षित में मोट गण बाहर सतियाँ प्रतिशत ४ से कम १६-१८४ वर्ष में समस्त सतियाँ दीक्षित में नाबालिग सतियाँ साबालिग होकर गणबाहर प्रतिशत १ से कम १७ - १८४ वर्ष में समस्त सतियाँ दीक्षित में साबालिग दीक्षित सतियाँ गणबाहर प्रतिशत ४ से कम १८ - नाबालिग सती दीक्षित के हिसाब से नाबालिग सती साबालिग होने पर गणबाहर प्रतिशत २ से कम १६ - साबालिग सती दीक्षित के हिसाब से साबालिग सती गण बाहर प्रतिशत ५ से कम २० - १८४ वर्ष में नाबालिग दीक्षित संतसती में नाबालिग संतसती पीछे गणबाहर प्रतिशत ५ २१ - १८४ वर्ष में साबालिग दीक्षित संतसती में साबालिग संतसती प्रतिशत गरणबाहर १३ उपरोक्त विवरण में १६ वर्ष की आयु से ऊपर वाले साबालिग समझे गये हैं । मुद्रक--गुलाबचन्द अग्रवाल, बी. कॉम., अग्रवाल प्रेस, वितपाड़ा-प्रागरा । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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