Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 6
Author(s): Gulabchandra Chaudhary
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 6
________________ २६ प्रस्तुत ग्रन्थ में १. प्रास्ताविक जैन काव्य-साहित्य तत्कालीन परिस्थितियां जैन काव्य-साहित्य के निर्माण में मूल प्रेरणाएँ भारतीय काव्य-साहित्य और जैन काम्य-साहित्य जैन महाकाव्यों का अन्य साहित्य में स्थान २. पौराणिक महाकाव्य ३६-२३० जैन पौराणिक महाकाव्यों की प्रमुख विशेषताएँ और प्रवृत्तियां ३१ प्रतिनिधि रचनाएँ और उन पर आधारित संक्षिस कृतियां राम-विषयक पौराणिक महाकाव्य महाभारत-विषयक पौराणिक महाकाव्य (संस्कृत) तिरसठ शलाका महापुरुष-विषयक पौराणिक महाकाव्य त्रिषष्टि-शलाका-पुरुषचरित से प्रभावित रचनाएँ तिरसठ शलाका पुरुषों के स्वतंत्र पौराणिक महाकाव्य आदिनाहचरिय सुमईनाहचरिय पउमपभचरिय सुपासनाहचरिय चंदप्पहचरिय सेयंसचरिय वसुपुज्जचरिय अनन्तनाहचरिय संतिनाहचरिय मुनिसुव्वयसामिचरिय नेमिनाहचरिय पासनाहचरिय महावीरचरिय पद्मानन्द-महाकाव्य Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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