Book Title: Jain Parampara me Dhyana ka Swaroop
Author(s): Sima Rani Sharma
Publisher: Piyush Bharati Bijnaur

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Page 274
________________ ( २५५ ) ४२-दर्शन और चिन्तन पं० सुखलाल संघवी, जैन संस्कृति संशोधन मण्डल, बनारस, सन् १६५७ । ४३-दशवैकालिक सूत्र- श्री शय्यशं भवसूरि, अगरचन्द्र मैरोदान सेठिया जैन संस्था, बीकानेर | ४४-दीघनिकाय सम्पादक जगदीश कश्यप एवं राहुल सांस्कृत्यायन, महाबोधि सभा, सारनाथ । ४५ - द्वात्रिंशद्वात्रिंशिका यशोविजय, जैन धर्म प्रसारक सभा, भावनगर । ४७-धम्मपद - धर्मरक्षित, मास्टर खेलाडीलाल एण्ड सन्स, बनारस । ४८ - ध्यानबिन्दुपनिषद्पाण्डुरंग जावजी, बम्बई । ४६-ध्यान शतक एवं ध्यान स्तव- वीर सेवा मन्दिर प्रकाशन, दिल्ली। ५० ध्यान सम्प्रदाय ५१-नमस्कार स्वाध्याय जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई । - ५२ - न्याय दर्शन भारतीय विद्या प्रकाशन, वाराणसी । ५३- नियमसार-कुन्कुन्दाचार्य, साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग, ए-४ बापूनगर, जयपुर सन् १६८४ ५४ - नाथ सम्प्रदाय-हजारी प्रसाद द्विवेदी, नैवेद्य निकेतन, वाराणसी । ५५- पंचसंग्रह - प्रकाशक मुक्ताबाई ज्ञान मन्दिर, डमोई, गुजरात | ५६ पंचास्तिकाय - कुन्दकुन्दाचार्य, रायचन्द्र जैन शास्त्रमाला, बम्बई । ५७-परमात्म प्रकाश-योगीन्दु देव, प्रकाशक परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई | ५८- पाहुड़दोहा - रामसिंह मुनि, कारंजा जैन पब्लिकेशन सोसाइटी । ५ε-प्रज्ञापना सूत्र -मलयगिरि, अनुवादक भगवानदास हर्षचन्द्र, शारदा भवन, जैन सोसाइटी, अहमदाबाद । संस्कृति प्रकाशन, बरेलो । रविषेण, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, काशी । ६२-प्रत्याभिज्ञाहृदयम्-क्षेमराज, ऑकिओलाजिकल एण्ड रिसर्च डिपार्ट ६०-पाराशर स्मृति६१- पद्मपुराण मेन्ट, श्रीनगर । ६३ - पद्मनन्दि पंचविशतिका - जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर । ६४-प्रवचन सार-कुन्दकुन्दाचार्य, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई । ६५ - प्रमेय रत्नमाला - अनन्तकीर्ति ग्रन्थमाला समिति, बम्बई । ६६- प्रशमरति - प्रकरण - उमास्वाति, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई ।

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