Book Title: Jain Katha Sahitya me Pratibimbit Dharmik Jivan
Author(s): Pushpa Tiwari
Publisher: Ilahabad University

View full book text
Previous | Next

Page 218
________________ 17. जैन, जगदीश चन्द्र (1967) जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, चौखम्बा, वाराणसी । 18. जैन, एच. एल. (1963) प्राचीन भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान, भोपाल । 19. जैन, ज्योतिप्रसाद (1964) द जैन सोर्सेज ऑव द हिस्ट्री ऑव एन्शेण्ट इण्डिया दिल्ली । 20. जैन, गोकुल चन्द्र (1987) जैन' विद्या एवं प्राकृत, वाराणसी । 21. जैन, गोकुलचन्द्र (1966) यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम, वाराणसी। 22. जैन, श्री चन्द्र (1975) जैन कथाओं का सांस्कृतिक अध्ययन, जयपुर । 23. जैन, के. सी. (1963) जैनिजम इन राजस्थान, शोलापुर । 24. जैन, पी. एस. (1975) कुवलय माला का सांस्कृतिक अध्ययन, जैन शास्त्र एवं अंहिसा शोध संस्थान वैशाली। 25. पाण्डेय गोविन्द चन्द्र (1976) बौद्ध धर्म के विकास का इतिहास (सं.द्वि.) हिन्दी समिति सूचना विभाग, लखनऊ । 26. बाशम, ए. एल. (1967) अदभुत भारत, दिल्ली । 27. बाजपेयी कृष्णदत्त (1951) भारतीय व्यापार का इतिहास, मथुरा। 28. ब्राउन पर्सी, (1959) इण्डियन आर्किटेक्चर, बम्बई । 29. भट्टाचार्य, बी. सी. (1939) जैन आईकोनोग्राफी लाहौर । 30. मुंशी, के. एम. (1954) गुजरात एण्ड इट्स लिटरेचर, बम्बई । 31. मोतीचन्द्र (1949) जैन मिनिएचर पेंटिग्ज इन वेस्टर्न इण्डया, अहमदाबाद | 32. मजूमदार, ए. के. (1956) चालुक्य ऑव गुणरात, बम्बई । 33. यादव, झिनक् (1977) समराइच्चकहा एक सांस्कृतिक अध्ययन, भारती प्रकाशन वाराणसी । 34. राय, यू. एन. (1965) प्राचीन भारत मे नगर तथा नगर जीवन, इलाहाबाद । (213)

Loading...

Page Navigation
1 ... 216 217 218 219 220