Book Title: Jain Katha Ratna Kosh Part 04
Author(s): Bhimsinh Manek Shravak Mumbai
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 476
________________ 364 देवनगरी लिपीमां गपेला पुस्तकोनी यादी. रु.आ. 0 0 0 0 0 0 I 0 पुस्तकोनां नाम: किम्मत. पुस्तकोनां नाम. किम्मत. रु.आ. 46 खडतरगच्छीय तेरपूजानो संग्रह. 0-12 60. उत्तमकुमारनो रास. .... .... 0-4 47 नवतत्त्व वालाववोध महित. ".....12 70 रनचूडव्यवहारीनो रास. .... 0-4 48 रनपालनो रास.... .... .....10.71 परदेशी राजानो रास...... .... .-4 49 चतुःस्तुतिनिर्णय...... ..... ....010 72 जीविचारनी वालावबोध. .... 0-4 50 गोतमपृच्छा दृष्टांतिक कथासहित. 010 73 नवस्मरण मूलपाठ. .... 0-4 51 स्तवनावली भाग पहेलो. .... 0-8 74 जिनदास श्रावकनां करेलां स्तवन.०-४ 52 मानतुंग राजा ने मानवतीनो राम. 0-8/75 माणिभद्रादिकना छंद. 0-4 53 चिदानंदजीकृत स्वरोदयादिक ग्रंथ.०-८ 76 देवमिराई पडिकमj. 0-4 54 भक्तामरस्तोत्र बालाववोधसहित. 0-877 चेतनकमनी लडाइनो रास आदिक.०-४ 55 आनंदघनजी चिदानंदनी बहुतेरियो.०-७१७८ शनिश्चरादिकना छंदोनो संग्रह. 0-3 56 चंदनमलयागिरिनो रास. .... 0-6 79 रात्रिभोजननां राम. 57 अभयकुमारना रास. .... .... 0-6 80 धर्मबुद्धि पापबुद्धिनो राम. -3 58 दंडक लघुसंघयणी बालावधि. 0-681 शृंगारंवैराग्यतरंगिणी. 59 हंसराज बच्छराजनो रास. .... 0-6 82 लीलावती मैयारीनो रास.. 60 कालज्ञान अर्थसहित. .... .... | 83 मयणरेहा तथा कानडकठीयाराना ... 61 दृष्टांतशतक बालावबोध. .... 0-6 84 कर्मविपाक जंबपृच्छानो राम. 0.2 62 मंगलकलशनो रास. .... .... 0-5 85 ढूंढियानुं सामायिक पडिक्कमj. -- 63 चार प्रत्येक बुद्धनो रास. .... 0-586 देवकीजीना छ पुत्रनो रास. 0-2 64 हरिचंदराजानो रास. .... .... 0-5 87 अंजना मतीनो रास. -2 65 श्री शत्रुजय उद्धारादिक तथा रास.०-५ 88 पांत्रीश बोलनो थोकडो. 0-1 // 66 कल्याणमंदिर बालावबोध सहित. 0-89. श्रावक लालाजी रणजितसिंघजी 67 आतमारामजीकृत पूजा संग्रह...... .-4 कृत आलोयणा. -1 // 68 कयवन्ना शेठनो रास...... .... 0-1.90 स्नात्रपूजा देवचंदजीकृत. .-1 ए ऊपर लखेला पुस्तको सिवाय श्रीशचंजयादिक महोटा महोटा ती थोना रंगीन नकसा, तथा नारकी अने स्वर्गादिकना रंगीन चित्रोनी बु को, तेमज श्रीमुरसिदा बाद निवासी बाबु साहेब राय धनपति सिंह प्र तापसिंहजी बाहादूरनां बापेलां श्रीयाचारांगादि अनेक सूत्रो आदिक बी जा पण घणां पुस्तको वेंचतां मलशे ते सर्वनां नाम तथा नित्रावल पुस्त कोनुं सूचीपत्र मगाववाथी जाणवामां आवशे. 0 0 0 0 0 0

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