Book Title: Jain Image Inscriptions of Ahmedabad
Author(s): Pravinchandra C Parikh, Bharati K Shelat
Publisher: B J Institute

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Page 422
________________ 413 Appendix विजाणंद 55 वीरुआ 360 विजेसी 104 वीरुया 42 विता 401 वीरुह 438 विद्याधर 463, 464, 730, 767, 885 वीलहण 657 विनय 99 वील्ह 185 विमलादे 862 वील्हण 3 विमली 700 वील्हणदे 155 विरसल 239 वील्हणदेव 128 विरुउमली 54 वीसल 155, 323, 358, 869 विरुआ 56. 286, 362, 562, 649 वीसा 364, 573, 578, 608, 638, 843 विरुलदे 107, वीहादे 860 विलहा 628 वृद्धमान 88 विश्वसेन 856 वेजपाल 468 वीका 516 वेणा 717, 820, 879 वीकु 571 वेपा 643 वी(वि)कम 61, 62 वेरु 40 वीक्रमदे 62 वेला 462, 612, 624, 745 वीजली 734 वेलू 718 वीजा 62, 107, 296 वैइरा 242 वीडू 693 वैजलदे 62 वीढा 580 वैल्यक 246 वीदा 82 वोला 611 वीनका 786 व्यतषसिंह 47 वीरपाल 128, 165, 330, 484, 607, व्रजू 505 868 शक 33 वीरम 13, 112, 222, 684 शकणी 604 वीरमबाई 305 शता 188 वीरमणोरा 139 शमकु 365 वीरा 91, 245, 354, 388, 403, 420, शंभू 382, 612 426, 436, 549, 632, 672, 718, शाजी 437 779, 817, 819, 861, 862 शाणा 143 वीरादे 875 शाणी 145 वीरु 135, 224, 262, 414, 598, 603, शामल 282 738, 755,844 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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