Book Title: Jain Hiteshi 1914 Ank 04
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

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Page 92
________________ (२) सचित्र अक्षरलिपि-यह पुस्तक भी उययुक्त “ सचित्र अक्षबोध" के ढंगकी है । इसमें बाराखडी और छोटे छोटे शब्द भी दिये हैं । वस्तुचित्र सव रंगीन हैं । आकार उक्त पुस्तकसे छोटा है । इसीसे इसका मूल्य दो आने हैं। सस्ते रंगीन चित्र-श्रीदत्तात्रय, श्रीगणपति, रा पंचायतन, भरतभेट हनुमान, शिवपंचायतन, सरस्वती, लक्ष्मी, मुरलीधर, विष्णु, लक्ष्मी, गोपीचन्द, अहिल्या, शकुन्तला, मेनका, तिलोत्तमा, रामवनवास, गजेंद्र मोक्ष, हरिहर भेट, मार्कण्डेय, रम्भा, मानिनी, रामधनुर्विद्याशिक्षण, अहिल्योद्धार, विश्वामित्र मेनका, गायत्री, मनोरमा, मालती, दमयन्ती और हंस, शेषयायी, दमयन्ती इत्यादिके सुन्दर रंगीन चित्र । आकार 'x'', मुख्य प्रति चित्र एक पैसा ।। श्री सयाजीराव गायकवाड बड़ोदा, महाराज पंचम जाज और महारनी मेरी, कृष्णशिष्टाई, स्वर्गीय महाराज सप्तम एडवर्डके रंगीन चित्र, आकार ८५१० मूल्य प्रति संख्या एक आना। लिथोके बढियाँ रंगीन चित्र-गायत्री, प्रातःसन्ध्या, मध्याह्न सन्ध्या, सायंसन्ध्या प्रत्येक चित्र । ) और चारों मिलकर ॥ ) नानक पंथके दस गुरू, स्वामी दयानन्द सरस्वती, शिवपंचायतन, रामपंचायतन, महाराज जार्ज, महारानी मेरीं । आकार १६४२० मूल्य प्रति चित्र । ) आने । अन्य सामान्य-इसके सिवाय सचित्र कार्ड, रंयीन और सादे. स्वदेशी बटन, स्वदेशी दियासलाई. स्वदेशी चाकू, ऐतिहासिक रंगीन खेलनेश ताश, आधुनिक देशभक्त. ऐतिहासिक राजा महाराजा, वादशाह, सरदार, अंग्रेजी राजकर्ता. गवर्नर जनरल इत्यादिके सादे गिन उचित और सस्ते मल्य पर मिलते हैं । स्कूलोंमें किंडरगार्डन रीतिसे शिक्षा दनक लि जानवरों आदिके चित्र सब प्रकारके रंगीन नकशे, डाईगका सामान, भी योग्य मूल्यपर मिलता है। इस पतेपर पत्रव्यवहार कीजिये । मैनेजर चित्रशाला प्रेस, पूना सिटी। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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