Book Title: Jain Dharma ki Aetihasik Vikas Yatra Author(s): Sagarmal Jain Publisher: Prachya Vidyapith ShajapurPage 71
________________ डॉ. सागरमल जैन जन्म जन्म स्थान अकादमिक उपलब्धियाँ : प्रवक्ता म.प्र. शास. शिक्षा सेवा सहायक प्राध्यापक प्राध्यापक (प्रोफेसर) निदेशक, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी लेखन सम्पादन प्रधान सम्पादक सम्प्रति विदेश भ्रमण 4: : पुरस्कार : प्रदीपकुमार रामपुरिया पुरस्कार : स्वामी प्रणवानन्द पुरस्कार डिप्टीमल पुरस्कार आचार्य हस्तीमल स्मृति सम्मान 10 सदस्य : अकादमिक समिति Jain Education International : 40 : दि. 22.02.1932 शाजापुर (म.प्र.) साहित्यरत्न : 1954 एम.ए. (दर्शन शास्त्र) : 1963 पी-एच.डी. : 1969 1964-67 1968-85 1985-89 1979-97 30 पुस्तकें, 60 लघु पुस्तिकाएँ 150 पुस्तकें जैन विद्या विश्वकोष (पार्श्वनाथ विद्यापीठ की महत्वाकांक्षी परियोजना) 'श्रमण' त्रैमासिक शोध पत्रिका 1986, 1998 1987 1992 1994 विद्वत परिषद्, भोपाल विश्वविद्यालय, भोपाल; जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं • मानद निदेशक, आगम, अहिंसा, समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर । : • संस्थापक, प्रबंध न्यासी एवं निदेशक प्राच्य विद्यापीठ, शाजापुर (म.प्र.) ' सचिव, प्रबन्ध समिति, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी। शिकागो, राले, ह्यूस्टन, न्यू जर्सी, उत्तरी करोलीना, वाशिंगटन, सेनफ्रांसिस्को, लॉस एंजिल्स, फिनीक्स, सेंट लुईस, पिट्सबर्ग, टोरण्टो, न्यूयार्क, कनाडा और यू. के. । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 69 70 71 72