Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 3 Author(s): Hastimal Maharaj Publisher: Jain Itihas Samiti JaipurPage 14
________________ ७१७ ७३६ ७३९ ७४२ ७४२ ७४२ ७४३ ७४३ ७४४ भ. महावीर के ४५, ४६ एवं ४७वें पट्टधरों तथा ३६वें युग प्र. आ. ज्येष्ठांग गणि के समय के महा प्रभावक आ. सिद्धर्षि आ. गुणभद्र बड़ गच्छ নার্জি कवि चतुर्भुज कवि स्वयम्भू और त्रिभुवन स्वयम्भू विजयसिंह सूरि आ. हरिषेण इन्द्रनन्दि प्रभावक आ. श्री महेन्द्र सूरि सूराचार्य वादि वैताल शान्ति सूरि आ. अजणन्दि (आर्य नन्दि) आ. विद्यानन्दि (ग्रन्थकार) वीर वि. सं. १४०० से १४७१ की अवधि में भ. महावीर के ४७वे पट्टधर और ३६वें युग प्र. आ. के समय की राजनैतिक परिस्थिति गुजरात में एक नवीन सोलंकी राज्य शक्ति का उदय उपसंहार ७४५ ७६२ ७८१ ७८६ ७९१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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