Book Title: Jain Dharm Prakash 1948 Pustak 064 Ank 11
Author(s): Jain Dharm Prasarak Sabha
Publisher: Jain Dharm Prasarak Sabha
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[गा
24 0. आराधना कुकक गा.१७ (गा. १६) ।, विधिकुलक
पा.
, गा. १५ आलोचना कुलक इग्यारह प्रतिमा कुलक गा. १७ इरियापथिक , , ८ इंद्रियविकारविरोध कुलक गा. १ उगपुरुप नलक गा.१४ गतिलक सरि
जिनरत्नसूरि उत्साह कुलक उत्तोपदोद्गाटन कुलक गा. ३० जिनदत्तमूरि प्र. जिनदत्त सूरि चरित्र
गुणविनय ( स्वोपज्ञवृत्ति) प्र. उपदे शकुलक गा. ३३ मुनिचंद्रसूरि
देवेन्द्र साधु " , अपभ्रंश ,, २५ देवसूरि
,, (जीबोगदेश कुलक)
गा. २६
रत्नसिंहसूरि
, ३०
जिनदत्त सूरि उपदेश कुलक (जीवोपालंभ) गा. २५ ने मिकुमार . गणिमालागुल , १५ जिनेपासून , रत्तगाला , उपदेशामृत
, ३२ मुनि चन्द्रसूरि अपभशत कुलक ऋपिकुलक गा.२६ ऋपिभापित कुलक गोष्टि कमतोत्सूत्रोद्घाटन कुल क गा. १८ धर्मसागर कर्मविपाक कुल क गा. २२ कालचक्र , ३४ जिनप्रभसूरि कालस्वरूप, ३२ जिनदत्तसूरि टी.जिनपाल प्र. अपभ्रंशकायत्रयी
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