Book Title: Ishtopadesha
Author(s): Devnandi Maharaj, Shitalprasad, Champat Rai Jain
Publisher: Paramshrut Prabhavak Mandal

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Page 123
________________ श्रीमद् राजचंद्र आश्रमकी ओरसे प्रकाशित ग्रंथ ०००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००० गुजराती भाषामें १. श्रीमद् राजचंद्र २. मोक्षमाला (भावनाबोध सहित) ३. तत्त्वज्ञान ४. पत्रशतक ५. आत्मसिद्धिशास्त्र ६. आत्मसिद्धि विवेचन ७. सुबोध संग्रह ८. श्रीमद् राजचंद्र जीवनकला ९. श्रीमद् राजचंद्र आत्मकथा १०. उपदेशछाया ११. श्रीमद् लघुराज स्वामी (प्रभुश्री) उपदेशामृत १२. नित्यक्रम १३. नित्यनियमादि पाठ (भावार्थसहित) १४. समाधिसोपान (रत्नकरण्डश्रावकाचारके विशिष्ट स्थलोंका अनुवाद) १५. आठ दृष्टिनी सज्झाय (भावार्थ सहित) १६. आलोचनादि पद संग्रह १७. आलोचनादि पद संग्रह (संक्षिप्त) १८. ज्ञानमंजरी १९. सहज सुख साधन २०. धर्मामृत (अप्राप्य) २१. समयसार (अप्राप्य) २२. पूजासंचय २३. तत्त्वज्ञानतरंगिणी २४. परमात्मप्रकाश २५. सुवर्ण महोत्सव (आश्रम परिचय) २६. पूजादि स्मरणांजलि काव्यो। हिंदी अनुवाद १. श्रीमद् राजचंद्र २. उपदेशछाया ३. श्रीमद्राजचंद्र जीवनकला ४. नित्यनियमादि पाठ (भावार्थयुक्त) बालबोध लिपिमें ( भाषा गुजराती, लिपि हिंदी) १. नित्यक्रम २. तत्त्वज्ञान अन्य १ A Great Seer आश्रमके गुजराती प्रकाशनोंका पृथक् सूचीपत्र मंगाइये। सभी ग्रन्थोंपर डाकखर्च अलग रहेगा। : प्राप्तिस्थान : १. श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, स्टेशन-अगास; पोस्ट-बोरिया वाया-आणंद (गुजरात) पिन : ३८८१३० २. श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, (श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला) चोकसी चेम्बर, खारा कुंवा, जौहरी बाजार बम्बई-४००००२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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