Book Title: Hindi Jain Sahitya Parishilan Part 01
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

View full book text
Previous | Next

Page 244
________________ भ अगरचन्द नाहटा अब्दुल रहमान अमय कवि अभयदेव सूरि अम्बदेव आनन्दघन ईश्वर सूर उत्तमचन्द्र उदयचन्द्र उदराज कुँबर कुशाल कुमारपाल कृष्णद्वैपायन केसरकीत्ति ई क अनुक्रमणिका ग्रन्थकार एवं कवि १३७ चेतनविजय २१ ३९ जगन्नाथराय २१ जायसी ४१ जिनदत्त सूरि निप्रभ सूरि जिनसागर ि ८४, १२७,१८१ ४१ | जिनसिंह मूरि जिनसेन २३६ | नोघरान गोदिया २३५, २३८ | ज्ञानविजय २३५ | ज्ञानसार कवीरदास ८४,१०७,११०,१११, डादराम ११२,१२७,१९९ ३९,४० १२९ तैव २३८,२४० २४० | त्रिभुवनदेव ६२ ३१,३२,३३ १३३ १३२ १३६ १३६ २२६,२३६ ७० ७० २३८ ติ २३६ | तुलसीदास ३१, ३४, ३५, ३६, १०७ १२१,१२२,१२३,१२७,१०० १८२ ६९ २१,४३

Loading...

Page Navigation
1 ... 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253