Book Title: Hastlikhit Granth Suchi Part 02
Author(s): Gopalnarayan Bahura
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 344
________________ २३४ ] । राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर १६४, १६५, १६६, २०२, २०४ २०७, २६८ जिनहर्पसूरि (सुमतिहंस) १६४ जिनहंस २४७ जिनोदय २०३ जीवक ५५ जीवगोस्वामी ५६, ६०, ६१, ६३ जीवनाथ ११६ जीवागुर्जर (याज्ञिक नरहरिसुत) ६६ जैतकवि १६८ जोरावरसिंह २२१ ठण्डीराम २१६ ठाकुरसी १८२ डेडराज २२६ (जनराज) दलपतिराय २०७ दक्षनकवि २११ दादू १६८ दादूजी १७८, १०६ दामोदर १०८ दासपण्डित १६० दिनकर ८७, ८६ दिनकर भट्ट (रामकृष्णात्मज) ४५ - दिवाकर १००,१०१, १०४, ११२ दिवाकर (नृसिंहगरणकसुत) ६२ दिवाकर भट्ट ४५ दीपचन्द्र १५५ दीपोऋपि १७० दीपो १७८, २०२ दुर्गदेव ८५ दुर्गाशङ्कर ११६ दुर्गाशङ्कर पाठक ८८ दुर्गाशङ्कर शुक्ल २८ दुर्योधन ६८ दुर्वासा ऋषि ६ देद कवि १६६ देवकीनन्दन (जीवानन्द सुत) २३ देवगुप्त १६३ देवचन्द्र २६० देवदत्त ११८, २६६, २७१ देवप्रभ १३१ देवभद्र २६६, २७० देवयाज्ञिक २१, २२ देवयाज्ञिक (प्रजापतिसुत) २३ देवसागर (रविचन्द्रशिष्य) ८२ .. देवसूरि ७२ देवसेन पण्डित ७१ देवीदान ११८ देवीदास २१४, २२२ देवेन्द्र २६५ देवेन्द्रसूरि १४४, २६१, २६८ देवेन्द्राश्रम ३३ . ढुण्डियज्वा १३४ ढुण्डिराज ६३, १०६ तत्त्वहंस १६६ तरुणीवीरेन्द्र ३२ (नरोत्तमारण्यमुनीन्द्र शिष्य) तिलकसूरि १८६ तिलकाचार्य २६३ तुलछीदास २०९ तुलसीदास १४, २२२, २२३, २२४, २२५, २२६, २२७, २२८, २३३, २३४ तेजसिंह १४८, २१६ तेजसिंहगरिण १४२ तेगकवि १८५ दत्तलाल १७८, २१६ दलपतिराम २

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