Book Title: Hastinapur
Author(s): Vijayendrasuri
Publisher: Kashinath Sarak Mumbai

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Page 26
________________ मिलते हैं। मेरठ से मवाना तक लगभग १६ मील पक्क सड़क है, मेरठ से मवाना तक इक्के-घोड़ा-गाड़ी-बैल गाड़ी आदि भी मिल जाते हैं । मवाना से हस्तिनापुर केवल ६ ही मील है और सड़क कच्ची है। ___ यहां पर दिगम्बर जैनियों का एक विशाल मन्दिर है जिसे लगभग दो सौ वर्ष पूर्व श्रीमान् हरसुखराय जी दिल्ली वालों ने बनवाया था, इस मन्दिर के साथ एक बहुत बड़ी धर्मशाला है जिसमें लगभग २ हजार आदमी ठहर सकते हैं । कहते हैं कि इस मन्दिर के बनवाने में मीरांपुर के राँगड़ों ने बहुत बाधा उपस्थित की थी, पर साढौरा के राजा को एक बार हरखसुराय के पुत्र सेठ सुगनचन्द्र ने एक लाख रुपया दिया था, उसी सहायता के प्रतिकार स्वरूप साढौरा के राजा ने रांगड़ों को समझा बुझा कर इस मन्दिर के बनवाने में सहायता दी । कार्तिक शुक्ला पूर्णिमा पर गढ़मुक्तेश्वर के गंगा स्नान के अवसर पर दिगम्बरों का एक बड़ा भारी मेला प्रतिवर्ष लगता है जिसमें भारतभर के जैनी आते हैं। यहां मार्गशीर्ष वदि प्रतिपदा को सोने का रथ निकलता है, जिसका दृश्य अत्यन्तसुन्दर होता है। श्व'ताम्बराम्नाय वालों का भी यहां श्रीशान्तिनाथ जी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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