Book Title: Guru Tattva Pradip
Author(s): Chirantanacharya, Labhsagar
Publisher: Mithabhai Kalyanchand Pedhi
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra dra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir #সেমীকাল্পমাধ্যলাে সঙ্গেলী 1. सर्वज्ञशतक सटीक महोपा. श्री धर्मसागरजीकृत पत्राकारे 3-00 2. सूत्र व्याख्यानविधिशतक बुकाकारे 2-00 3. धर्मसागरग्रंथसंग्रह 2-50 (श्रीमहावीरविज्ञप्तिद्वात्रिशिका षोडशरलोकी महावीरस्तोत्र) 4. औष्ट्रिकमतोत्सूत्रदीपिका बुकाकारे 1-00 5. तात्त्विकप्रश्नोत्तराणि आगमोद्धारककृत पत्राकारे 7-50 6. आगमोद्धारक कृतिसंदोह प्रथमविभाग 4-50 द्वितीयविभाग , 1-81 तृतीयविभाग 1-00 चतुर्थविभाग प्रेसमा 10. षोडशकजीपर आगमोद्धारकरीना व्याख्यानो भागबीजो अने आगमोद्धारकश्रीनी बेकृतिओ सानुवाद बुकाकारे 2-75 11. आगमोद्धारकचीनी श्रुतोपासना 12. कुलकसंदोह श्रीपूर्वाचार्यकृत 13. संदेहसमुच्चय श्रीज्ञानकलशसूरिनिर्मित 14. जैनस्तोत्रसंचय प्रथमविभाग 1-00 द्वितीयविभाग 1-50 16. गुरुतत्त्वप्रदीप (उत्सूत्रकन्दकुद्दालापरनाम) चिरन्तनाचार्य कृत , 2-00 17. जैनस्तोत्रसंचय तृतीयविभाग प्रेसमा प्रालिस्थानों 1. श्री जैनानन्दपुस्तकालय, सुरत गोपीपुरा। 2. श्री सरस्वती पुस्तकभण्डार, अमदावाद ठे. रतनपोल हाथीखाना। 2-50 0.75 0-75 For Private And Personal Use Only

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