Book Title: Gunasthan ka Adhyayan
Author(s): Deepa Jain
Publisher: Deepa Jain

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Page 175
________________ 89. मूलग्रंथकार- श्रीमत्पद्मनंदी आचार्य-(1994) श्री पद्मनंदी पंचविंशतिका, हिन्दी अनुवादक पं. गजाधरलाल श्री देवसेनाचार्य विरचित (1981) - जैन न्यायशास्त्री, दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान हस्तिनापुर 90. आचार्य श्री ज्ञानभूषण जी महाराज(1984) आत्मानुचिंतन और ध्यानशतक, प्रकाशक दिगम्बर जैन समाज रेवाडी. 91. श्री देवसेनाचार्य विरचित (1981) तत्वसार संस्कृत टीका, पं. पन्नालाल जी चाँदसी, अनुवादक व सम्पादक पं. हीरालाल जी सिद्धान्त शास्त्री, प्रकाशक, श्री सत्सुत सेवा साधनाकेन्द्र अहमदाबाद 92. आचार्य समतभद्र स्वामी रचित ( वि. स. 2029) रत्नकांड श्रावकाचार 93. आचार्य पद्मनंती कृत (1996) पद्मनंदी पंचविंशति, सम्पादक व अनुवादक पं. ___ बालचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री, प्रकाशक, दिगम्बर जैन वीर विद्यासंघ गुजरात 94. श्री कवि किशल सिंह विरचित (1985) क्रियकोष, हिन्दी अनुवादक पं. पन्नालाल जी, 8 परमसुख प्रभावक मण्डल राजचन्द्र आश्रम आगास 95. पद्मनंदी पंचविंशतिका प्रवचन (1977) प्रवक्ता मनोहर जी वर्णी सहजानंद महाराज, प्रकाशक खेमचन्द्र जैन सर्राफ मेरठ 96. श्री शुभचन्द्राचार्य विरचित (1981) ज्ञानावर्ण- प्रकाशक- श्री परमसुख प्रभावक मण्डल श्रीमद राजचन्द्र आश्रम आगास 97. श्रीमद भगवद कुन्दकुन्दाचार्य विरचित (1601) समयसार, संस्कृत टीका- जयसेना चार्य, हिन्दी टीका ज्ञान सागर जी महाराज, दिगम्बर समाज अजमेर 98. रचनाकार- आचार्य कुन्दकुन्द (1977) समयसार, संस्कृत टीका श्रीमद अमृतचन्द्रसूरी, हिन्दी टीका सहजानन्द महाराज प्रकाशक प्रधानमन्त्री भा. वर्णी जैन साहित्यमंदिर मुजफ्परनगर 99. शुभचन्द्राचार्य विरचित (1977) त्रियोग से समाधि , संकलन, ज्ञानार्णव से, संकलनकर्ता कीर्तिधर नंदी महाराज, प्रस्तावना, पं. टीकमचन्द्र जैन, प्रकाशक - यूसुफ पार्क , ग्रीनपार्क नई दिल्ली 100. कवि मंगतराय कृत बारह भावना 101. जीव समास-अज्ञातपूर्वधर आचार्य विरचित, अनुवादक साध्वी श्री विदयुतप्रभाजी प्रधान सम्पादक- प्रो. सागरमल जैन 102. मुनि पुलकसागरजी- ग्रंथ प्रणेता- उमास्वामीजी- अर्हत गीता, पुलक जन चेतना ___ मंच, नई दिल्ली।(सम्पादक- प्रो. टीकमचन्द जैन, प्रतिष्ठाचार्य, नई-दिल्ली) 103. श्रीमाणिक्यनन्दिस्वामि विरचित तथा क्षुल्लक शीतलसागर कृत संयोजित परीक्षामुखम्(दिसम्बर,1998) प्रकाशक- श्री भरत कुमार बाबुसा जैन, अहिंसा मार्ग, देउलगाँवराजा-बुलढाणा(नहाराष्ट्र) 175

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