________________ ओशो की वाणी आज संपूर्ण संसार के लिए मार्गदर्शक सिद्ध हो सकती है, सबके लिए जीवन-दर्शन प्रस्तुत कर सकती है। लेकिन कब? तब, जब हम उसे क्रियान्वित करने का साहस कर सकें। यह चिंतन व्यवहार्य है। दैनंदिन जीवन में, रोजमर्रा के जीवन में उपयोगी __ है। इसके द्वारा ही एकता, एकात्मता, शांति और सदभाव प्रकट हो सकते हैं। संसार आज इन उपदेशों को अपनाने की स्थिति में है। यह व्यवहार के द्वारा करना होगा, बातों से नहीं। यही इस युग की मांग है। यही आज की मांग है। -नानाजी देशमुख A REBEL BOOK ISBN 81-7261-062-9