Book Title: Geetashastrasya Pratikandam
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Page 407
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir * गी. म. प. पृ. पंक्ति मुद्रायन्त्रजान्यशुद्धानि. शुद्धपाठः .... पृ. पंक्ति मुद्रायन्त्रजाग्यशुद्धानि. शुद्धपाउः 1 16 विधो विधी 21 किना .... किना 2 4 ककै 1 ७पाध पाधि 217 शीकान्धित: शोकान्वितः कैक RAKRRRRRRRRRR66455thd 114 धीधृत्यो 1962 5 परा 196 1971 4 'नुपपात्तेच 1971 5 पूनर्जी 114 योनात्मनो 1972 2 नचा 1972 3 भभवान् 1972 5 करोत् 1982 14 शुद्धयानंतर 1992 11 त्यजेति 2001 5 वासुदेव 2. 5 मतिसला .... धोक्यो निग .... 110 टिजं 1921 कल्पित 1922 5 प्रविक्तानि 192210 धर्मा 1941 1 पेक्षयति 1942 4 दार्श दिनं कल्पितः .... पविभक्तानि .... धर्माः पेक्षयेति ....दर्शितः .... सिदि .... स्पादित्यत पर वग्य नुपपत्याच पुनर्जा योनात्मा नश्चा भगवान करोतु शुद्यनन्तर परित्यज्येति वासुदेवः रचला भक्ताय लब्धा लब्धा स्वाज्ञान 次次次次次次次次次次次次次次必次次加 12.11 2 लब्ध्वा लब्ध्वा 1 सज्ञान स्यादित .... P For Private and Personal Use Only

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