Book Title: Gautam Pruccha
Author(s): Lakshmichandra Jain Library
Publisher: Lakshmichandra Jain Library

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Page 159
________________ साहित्य का श्रृंगार! जागृति का द्वार!! राष्ट्रीयता का अप्रकट धर्माभ्युदय रोत्त___ सचित्र मासिक पत्र । यदि आप को हिन्दी साहित्य के ख्यात नामा लेखकों के लेखों तथा प्रतिभाशाली कवियों की मनोमुग्ध कारी कवितायें पढ़ने का भाव है, यदि आपको घर बैठे उद्योग तथा व्यापार, शिक्षा, विज्ञान, साहित्य, समाज और धर्म सम्बन्धी जागृति का हाल जानना है तो धमाभ्युदय के ग्राहक बन जाइये । इसका आलोक-विचार लहरी, मधुकर, विश्ववार्ता, और महिला मन्दिर, कौन नहीं पढ़ना चाहेगा । प्रत्येक अंकमें भाव पूर्ण चित्र होते हैं । ग्राहक बनने के लिए शीघ्रता कीजिये, वार्षिक मूल्य केवल ३) रु. है। मैनेजर-धर्माभ्युदय, बेलनगंज-आगरा। सरस्वती प्रिंटिंग प्रेस, बेलनगंज-आगरा । हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती आदि भाषाओं में किसी तरह की पुस्तकें, समाचार पत्र, नोटिस, निमत्रंण पत्र, चिट्ठी पत्री, फोटो, आदि जो कुछ भी छपवाना हो, उसके लिये आप और कहीं न जाकर यदि हमारे ही प्रेस में आवंगे तो आपको समय पर शुद्ध और सुन्दर छपाई देकर सब तरह से सन्तुष्ट करेंगे । एकवार अनुभव कर देखिये। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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