Book Title: Dwadashangi Padpraman Kulakam Author(s): Vinaysagar Publisher: ZZ_Anusandhan View full book textPage 5
________________ ५६ अनुसन्धान ५२ णायाधम्मकहंगे अद्धचउत्थकोडीकहाकलिए । पण लक्खा छावत्तरि सहस उवासगदसा-अंगे ॥४॥ सत्तमि लक्खिक्कारस सहस्स बावन्न अट्ठमे अंगे । अंतगडदसानामे लक्खा तेवीस चउसहसा ॥५॥ तहऽणुत्तरोववाई नवमे अंगम्मि लक्ख बायाला । अडसहसा अह दसमे पण्हावागरणनामम्मि ॥६॥ बाणवईलक्खाइं सोलसहस्सा तह विवागसुए । एक्कारसमे अंगे पयप्पमाणं इमं वुच्छं ॥७॥ एगा कोडी चुलसीई लक्खा बत्तीस सहस इय माणं । इक्कारस अंगाणं भणियमह बारसंगम्मि ॥८॥ तुं पुण दिट्ठीवाओ स पंचहा वण्णिओ य समयम्मि । परिकम्म-सुत्त-पुव्वगयऽणुओग तह चूलियाओ य ॥९॥ तत्थ य पुव्वगयम्मी पढमे उप्पायनामए पुव्वे । कोडी एगा अह बीय अग्गेणीयम्मि पुव्वम्मि ॥१०॥ छन्नवई लक्खाइं तइए वीरियपवायपुव्वम्मि ।। पयलक्खाइं सत्तरि अहऽत्थिनत्थिप्पवायम्मि ॥११॥ तुरिए पुव्वे सट्ठी लक्खा अह पंचमम्मि पुव्वम्मि । णाणप्पवायनामे इगकोडी एगपयहीणा ॥१२॥ छठे सच्चपवाए पुव्वे इग कोडि छहिं पयेहिं अहिया । आयप्पवायपुव्वे सत्तम्मि पयकोडि छव्वीसा ॥१३।। कम्मप्पवायपुव्वे अट्ठम्मि इगकोडि सहस अस्सीई । णवमे पच्चक्खाणप्पवाइ लक्खाण चुलसीई ॥१४॥ विज्जणुपवाय दसमे पुव्वे इगकोडि दसइ लक्खाइं । इक्कारसे अवंज्झे पुव्वे पयकोडि छव्वीसा ॥१५॥ पाणाउनामपुव्वे बारसमे छपण लक्ख इगकोडी । किरियाविसालपुव्वे तेरसमे कोडिनवगं तु ॥१६॥Page Navigation
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