Book Title: Durgapushpanjali
Author(s): Jinvijay, Gangadhar Dvivedi
Publisher: Rajasthan Puratattvanveshan Mandir

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Page 197
________________ परिमल में उद्घ त आचार्यों, कवियों तथा ग्रन्थों की अकारानुक्रमणिका । पृष्ठाक २१,७१,११५,१२५ १०१ १०५ १३६ ७४,७७,८६ is sit ३८ नाम अजडप्रमासिद्धि अभिनवगुप्त अमरकोश अनुत्तरप्रकाश-पश्चाशिका अध्यात्म-रामायण अभिज्ञान-शाकुन्तल अजयकोष आगम रहस्य आपस्तम्ब-सूत्र आथर्वणश्रुति उत्तरचतुःशती ऋग्वेद कामकलाविलास कालिदास काव्यप्रकाश कालिकापुराण कुमारसम्भव कूर्म-पुराण . गणेश विमशिनी गङ्गालहरी गौतमसूत्र गौडपादसूत्र गौडपाद-सूत्र भाष्य चण्डीपाठ ५६,७३ ३८ ur uru १५८ ४५ ६६,८३ •U ८,२०,१३६ १२ ३०,३३

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