Book Title: Drusthant Katha Author(s): Shrimad Rajchandra, Hansraj Jain Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram View full book textPage 60
________________ कपिल मुनि विधवाने कपिलको राजाके पाससे दो मासा सोना लानेकी प्रेरणा दी मध्यरात्रिमें राजाके पास जाते हुए कपिलको सैनिकोने पकडा तृष्णाके त्यागसें कपिल केवली बन गया COAST राजाके सामने बात करता हुआ भद्रिक कपिल बगीमें विचार करता हुआ कपिलPage Navigation
1 ... 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67