Book Title: Dhyanashatak
Author(s): Jinbhadragani Kshamashraman, Kanhaiyalal Lodha, Sushma Singhvi
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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12. योगशतक, हरिभद्रसूरि, गुजरात विधासभा, अहमदाबाद, 1959 13. योगी कथामृत, परमहंस योगानन्द, जैको पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली, 1981 14. जैन साहित्य और इतिहास, नाथूराम प्रेमी, संशोधित साहित्य माला 15. भारतीय दर्शन, विक्रमादित्य सिंह, प्रकाशन केन्द्र, अमीनाबाद,
लखनऊ, 1970 16. कुन्दकुन्दाचार्य की प्रमुख कृतियों में दार्शनिक दृष्टि, सुषमा गांग, भारतीय
विद्या प्रकाशन, दिल्ली, 1982 17. समयसार, कुन्दकुन्दाचार्य, सम्पादक पन्नालाल, श्री गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थ
माला, वाराणसी, 1969 18. प्रवचनसार, कुन्दकुन्दाचार्य, सम्पादक ए.एन. उपाध्ये, श्रीमद् राजचन्द्र जैन
शास्त्र माला, अणंद, 1964 19. जैन योग, मुनि नथमल, आदर्श साहित्य संघ, चूरू, 1978 20. ध्यान योग, ओशो, द रेबल पब्लिशिंग हाउस, पूना, 1994 21. गणधरवाद, जिनभद्र क्षमाश्रमण, सम्पादक दलसुख मालवणिया, सम्यग्ज्ञान
प्रचारक मण्डल, जयपुर, 1982 22. आगम युग का जैन दर्शन, दलसुख मालवणिया, श्री सन्मति ज्ञानपीठ,
आगरा, 1966 23. भावना-योग एक विश्लेषण, आनन्द ऋषि, श्री जैन रत्न पुस्तकालय, पाथर्डी,
अहमदनगर, 1975 24. ध्यान का विज्ञान, चन्द्रप्रभ, जितयशा फाउण्डेशन, कलकत्ता, 2002 25. साधना के अनुभव, चतुर्भुज सहाय, रामाश्रम सत्संग, मथुरा, 2001 26. मनुस्मृति, लोकहित संस्थान, बरेली, 1976 27. पुण्यासवकथाकोश, रामचन्द्र मुमुक्षु, (सम्पादक) ए.एन. उपाध्ये, जैन
संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, 1964 28. योगसार प्राभृत, अमितगति, सम्पादक ए.एन. उपाध्ये, भारतीय ज्ञानपीठ,
दिल्ली, 1944 29. समाधितन्त्र और इष्टोपदेश, पूज्यपाद, (सम्पादक) जुगलकिशोर मुख्तार, वीर
सेवा मन्दिर, दिल्ली, 1965 30. पातंजल योगसूत्र (बुद्ध वाणी के परिप्रेक्ष्य में), स. ना. टण्डन, विपश्यना
विशोधन विन्यास, इगतपुरी, 2003
126 ध्यानशतक
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