Book Title: Dharmakalpadruma Mahakavyam
Author(s): Chandanbalashreeji
Publisher: Bhadrankar Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 18
________________ एकाग्रचित्तविषये राजपाल ( दरिद्रपूजक) कथा भाग्यलक्ष्म्योः संवादः पुण्यपापफलोपरि यमुनाकथान्तर्गता दुर्गकथा चन्द्रयशोनृप-धर्मदत्तवणिजो : पूर्वभवकथा दानधर्मोपरि गौरीगान्धारीदेवीद्वयपूर्वभवकथा बुद्धिविषये ज्ञानगर्भमन्त्रिकथा साम्योपरि एककन्याया: भर्तृचतुष्टयकथा शीलमाहात्म्योपरि सौभाग्यदीपिका अशीलोपरि विद्याधरकथा रत्नपालेन कृता रोगिश्रावकाराधना देवीवञ्चकद्युतकारकथा देवपूजाविषये वृद्धाकुमारकथा शीलविषये रत्नमालाकथा श्रीरत्नपालादिपूर्वभवकथा मोहविषये वसुदत्तपुत्रकथा १८ तृतीयपल्लवः विंशतिस्थानकसहितं तपोमाहात्म्यम् पुण्यतः सर्वसिद्धिर्भवतीत्यर्थे धीरकथा स्त्रीसामर्थ्योपरि सुशर्मनृपराज्ञीकथा पुरुषोत्तमनृपपूर्वभवकथ मोहत्यागविषये धनप्रियवणिक्कथा चतुर्दशरत्ननवनिधानवर्णनम् भावधर्मसेवाविषये बलिनरेन्द्रकथा भवनिर्वेदविषये बलसारनृपकथा चन्द्रोदयपूर्वभवकथा पुण्यप्रभावोपरि धृष्टकनरकथा चतुर्थपल्लवः पञ्चमपल्लवः षष्ठपल्लवः सप्तमपल्लवः अष्टमपल्लवः ४१-६७ ७८-८० ८४-८६ १२२-१४० १६७-३९७ ८८-१०६ ४४१-५१८ ११०-११६ ५९२-६३५ १२२-१२५ ११६- १४५ १३७-१३९ १७८- २०१ १४२-१४३ २४६-२८० १४७-१५० ३०४-३१७ १५२-१५३ ३१९-३३० १५३-१५४ ३-७८ १६५-१७१ १२४- २०४ १७५ १८१ ५२५- ६५३ २०६-२१६ ६६०-८२२ २१७-२२९ ८३३-८४५ २३०-२३१ ७-३७ २३४-२३७ १५० - १९४ २४६-२४९ २८२-३२२ २५७-२६० ४४७-५४८ २७०-२७९ ६०४-६१७ २८६-२८४ ३-१२ २८६-२८७ २२७-२४५ ३०४-३०५ ३४६-३७९ ३१३-३१६ ३८३-३९४ ३१६-३१७ ९८- २८८ ३२५-३४०

Loading...

Page Navigation
1 ... 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 ... 405