Book Title: Dharmabhyudaya Mahakavyam
Author(s): Chandanbalashreeji
Publisher: Bhadrankar Prakashan

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Page 488
________________ २४८ १४३ ३९१ ७२ परिशिष्टम् [१०] धर्माभ्युदयमहाकाव्यान्तर्गतविशेषनाम्नामकाराद्यनुक्रमः ॥ [४३३ [प] | पिङ्गल [ दासपुत्रः] २९९, ३०२ पञ्चासर [ प्रासादः] ५, ४०४ पीठ [ अमात्यपुत्रः] ४६, ४७, ६० पण्डिता [धात्रेयी] ४२ | पुण्डरीक [गणधरः] ७६, ७७, ११६, पद्म [ प्रीतिमतीपुत्रः] ११७, ११९, १३२ पद्म [ राजपुत्रः] | पुण्डरीक [ पर्वतः] १३७ पद्मरथ [राजा] पुण्डरीक [ राजपुत्रः] २५२ पद्मश्री [ जम्बूपत्नी] १४६, १६० पुण्डरीका [दिक्कुमारी] ५५ पद्मसेना [जम्बूपत्नी] १४६, १६६ पुण्डरीकिणी [ नगरी] १९, २५, ४२, पद्मावती [दिक्कुमारी] ४६, १४३ पद्मावती [ श्रेष्ठिनी] १४६ पुण्यसार [ श्रेष्ठिपुत्रः] १६३, १६४ पद्मोत्तर [ हस्ती] ३२५, ३२९ पुण्यहीन [वणिक्पुत्रः] १८८, १८९, परासर [विप्रः] ३८६, ३८८ १९० पर्वमित्र [कल्पितं नाम] १९२, १९३ पुरन्दर [ राजा] २३७ पल्हव [ देशः] पुरिमताल [पुरम्] पवनञ्जय [विद्याधरः] २५८ | पुष्कल [ नृपः] पवनवेग [ विद्याधरः] २२१, २२२, २२४ पुष्कल [ विजयः] १४३ पाञ्चजन्य [शङ्खः] ३३३, ३३७, ३७१ | पुष्कलावती [विजयः] १९, ४६, ४७ पाटलीपुत्र [पत्तनम्] १९२, २०७, २२८ | पुष्पदन्ती [ राज्ञी] २७५, २७६, २९८ पाण्डक [वनम्] पुष्पपुर [ नगरम् ] २४, ३६, २१६ पाण्डव [ पाण्डुपुत्राः] १३२, १३५, । पुष्पमाला [ दिक्कुमारी] ५४ ३५७, ३६१, ३६२ पुष्फल [ नलसुतः] ३१२ पाण्डु [भूः] ३४४ पूतना [व्यन्तरी] ३२२, ३२३ पाण्डुकम्बला [ शिला] पूरण [ दशार्हः] २५४ पाण्डुपत्तन [ नगरम् ] पूर्णभद्र [ सार्थवाहपुत्रः] पार्थ [अर्जुन:-राजा] ३५८, ३६०, ३६२ पृथिवी [ दिक्कुमारी] पृथिवीजय [ प्रासादः] ३३४ पार्श्वप्रभु [तीर्थकरः] ३, ३९९ पृथ्वीपाल [राजा] ४४ पालक [कृष्णपुत्रः] पेढालपुर [पुरम्] २६७, २७० पालक [ देवः] पोतनपुर [पुरम् ] ३१० पालक [विमानम्] पौरस्त्यरुचक [पर्वतः] ५४, ५५ पालित [ नगरम्] प्रज्ञप्ति [विद्या] ३४५, ३५०, पालित्तपालित [नगरम्] १३० ३५३ पावन [अस्त्रम्] ३६७ | प्रज्ञालोक [मन्त्री] ५५ ૨૮૮

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