________________ 159. अपभ्रंश, अपभ्रंश साहित्य अकादमी, श्री दि. जैन अतिशय क्षेत्र, जैन विद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी, जयपुर 60. जैन विद्या, जैन विद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी, जयपुर 61. तुलसीप्रज्ञा, जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं, राजस्थान 62. प्राकृत विद्या, कुन्दकुन्द भारती, नई दिल्ली 63. श्रमण, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, बनारस Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org