Book Title: Devsen Acharya ki Krutiyo ka Samikshatmak Adhyayan
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 445
________________ 39. हरिवंश पुराण, जिनसेनकृत, सम्पा. पन्नालाल साहित्याचार्य, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, नई दिल्ली, 1962 40. ज्ञानार्णव - आचार्य शुभचन्द्र श्री परम श्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, प्रथम संस्करण, 1907 आधुनिक समालोचनात्मक ग्रन्थ 41. आचार्य विद्यासागर महाराज - पद्यानुवाद, कुन्दकुन्द का कुन्दन, प्रकाशक-आचार्य ज्ञानसार ग्रंथमाला, श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान, सांगानेर, जयपुर (राज.) तृतीय संस्करण, 2004 (प्रथम संस्करण, 1998) 42. कासलीवाल कस्तूरचन्द्र एवं जोहरापुरकर विद्याधर - वीरशासन के प्रभावक आचार्य, प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण, 1975 43. गांग सुषमा - आचार्य कुन्दकुन्द की प्रमुख कृतियों में दार्शनिक दृष्टि, प्रकाशन- भारतीय विद्या प्रकाशन, दिल्ली, प्रथम संस्करण, सन् 1082 44. जैन, जगदीश चन्द्र - प्राकृत साहित्य का इतिहास, प्रकाशक-चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी, (उ.प्र.), (प्रथम संस्करण, 1961), द्वितीय संस्करण, 1985 45. जैन, जिनेन्द्र - जैन काव्यों का दार्शनिक मूल्यांकन, प्रकाशक - राधा पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण, सन् 2001 46. शास्त्री, परमानन्द जैन - जैन धर्म का प्राचीन इतिहास (भाग-2), प्रकाशक-रमेशचंद्र जैन, पी. एस. जैन मोटर कम्पनी, राजपुर रोड, दिल्ली, प्रथम संस्करण, वीर निर्वाण संवत् 2500 47. शास्त्री, नेमिचंद्र - तीर्थंकर महावीर . और उनकी आचार्य परम्परा (भाग-2), प्रकाशक-आचार्य शान्तिसागर छाणी ग्रंथमाला, पो. बुढ़ाना, जि. मुजफ्फरनगर (उ.प्र.), (प्रथम संस्करण, 1974, द्वितीय संस्करण, 1992 48. समणी, मंगलप्रज्ञा - जैन आगम में दर्शन, प्रकाशक-जैन विश्वभारती, लाडनूं, प्रथम संस्करण, सन् 2005 439 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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