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आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी द्वारा रूपान्तरित अंकलिपि में निबद्ध सर्वभाषामय विश्व के अद्भुत ग्रन्थ
'सरि भूवलय' के दो पृष्ठों की प्रतिलिपि।
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