Book Title: Deepratnasagarjina 585 Prakashanoni Suchi
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar
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ક્રમ
2
3
$4 e_file_no. (18) सवृत्तिक आगम सूत्राणि 2
કુલ પાના ભાષા 486 35061 सवृत्तिक आगम सूत्राणि 2 भगवती मूल एवं वृत्तिः आगम 5 भाग 1
320 | संस्कृत, प्राकृत 487 | 35062 | सवृत्तिक आगम सूत्राणि 2 भगवती मूल एवं वृत्ति: आगम 5 भाग 2
320 | संस्कृत, प्राकृत 488 35063 सवृत्तिक आगम सूत्राणि 2 आवश्यक निर्युक्ति एवं वृत्तिः आगम 40 भाग 1 | 320 | संस्कृत, प्राकृत 489 35064 सवृत्तिक आगम सूत्राणि 204 आवश्यक निर्दृक्ति एवं वृत्ति: आगम 40 भाग 2 | 336 - संस्कृत, प्राकृत 490 35065 | सवृत्तिक आगम सूत्राणि 205 आवश्यक नियूक्ति एवं वृत्तिः आगम 40 भाग 3 - 328 | संस्कृत, प्राकृत 491 35066 सवृत्तिक आगम सूत्राणि 206 आवश्यक नियूक्ति एवं वृत्ति: आगम 40 भाग 4 - 336 | संस्कृत, प्राकृत 492 35067 सवृत्तिक आगम सूत्राणि 207 नन्दि एवं अनुयोगद्वार वृत्ति आगम :44 + 45 272 - संस्कृत, प्राकृत 493 35068 सवृत्तिक आगम सूत्राणि 2 कल्पसूत्रम् मूल एवं वृत्तिः दशाश्रुतस्कन्धस्य दशा८- | 424 | प्राकृत
[as२-18] दुख पुस्त: 8 मुख पाना 2656
इभ
કુલ પાન |
ભાષા
ક્રમ
494
संस्कृत, प्राकृत
1
495
e_file_no.
(19) आगमिय साहित्य विशेष 35071 | आगम संबंधी साहित्य 01 आगमीय सुक्तावलि आदि 35072 | आगम संबंधी साहित्य 02 प्रत्येकबुद्ध भाषितानी ऋषिभाषितसूत्राणि मूलं
| आगम संबंधी साहित्य 03 आगम सूत्र-गाथादि अकारादि 35074 | आगम संबंधी साहित्य 04 आगम सूत्र लघु बृहत् विषयानुक्रम
80
496
432
प्राकृत संस्कृत सस्कृत
497
440
|
4
Lates२-19]
पुस्त4 दुख पाना 1048
RESERESEARESS
મુનિ દીપરત્નસાગરજીના પ્રકાશનો
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585 पुस्तही, तारी- 31/10/2017 सुधी
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