Book Title: Deepratnasagarjina 585 Prakashanoni Suchi
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar
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કુલ પાના
ક્રમ
466
37
64 e_file_no. 474 35037
35038 476 35039 477 | 35040
475
528
(16) सवृत्तिक आगम सूत्राणि 1 माना पानाथी यालु सवृत्तिक आगम सुत्ताणि 1 भाग 37 उत्तराध्ययन मूल एवं वृत्तिः भाग 3 सवृत्तिक आगम सुत्ताणि 1भाग 38 नन्दिसूत्र मूल एवं वृत्तिः सवृत्तिक आगम सुत्ताणि 1भाग 39 अनुयोगद्वार मूल एवं वृत्तिः । सवृत्तिक आगम सुत्ताणि 1 भाग 40 कल्पसूत्रमूलंचतुःशरणादि+3 मूलं व वृत्ति:
[-16] दुख पुस्त। 40 पाना 18460
भाषा संस्कृत, प्राकृत संस्कृत, प्राकृत संस्कृत, प्राकृत संस्कृत, प्राकृत
38
39
560 394
|
40
भ
e
કુલ પાના
ભાષા
ક્રમ
400
478 479
488
480
320
481
_file_no.
(17) सचूर्णिक आगम सूत्त्ताणि 35051 | सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 01 आचार चूर्णि आगम :1 35052 सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 01 सूत्रकृत चूर्णि आगम :2 35053 | सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 04 आवश्यक 1 नियुक्ति एवं चूर्णि आगम :40 35054 सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 05 आवश्यक 2 नियुक्ति एवं चूर्णि आगम :40 35055 सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 06 आवश्यक 3 नियुक्ति एवं चूर्णि आगम :40 35056 सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 06 दशवैकालिक नियुक्ति एवं चूर्णि आगम :42 35057 सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 07 उत्तराध्ययन नियुक्ति एवं चूर्णि आगम :43 35058 सचूर्णिक आगम सुत्ताणि 08 नन्दि चूर्णि: एवं अनुयोगद्वार चूर्णि आगम :44+45
328 344
प्राकृत प्राकृत प्राकृत प्राकृत प्राकृत प्राकृत प्राकृत प्राकृत
482
483
400
484
304
485
__ 176
[-17] दुख पुस्त। 8 दुख पाना 2760
મુનિ દીપરત્નસાગરજીના પ્રકાશનો
Page 32
585 पुस्तही, तारी- 31/10/2017 सुधी
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