Book Title: Dashvaikalikam
Author(s): Kanchanvijay, Kshemankarsagar
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 268
________________ सुमतिसाधु भीदशवै० परि०१ सूत्राबकारादि: परि० जिइंदिप ३९८ १५५ सभिल बा० से आद्यांशः सूत्रस्प पृष्ठाकः आद्यांशः सूत्रस्य पृष्ठा आयांशः सूत्रस्य पृष्ठाङ्कः गाथायाश्चाङ्क: गाथायाश्चा गाथायावाद | सेज्जा निसीहियाए १६५ ८३ | से मिक्ख वा० से | हत्थसंजए पायसंजए ४७५ १९२ से तारिसे दुक्त्रसहे. पुढविं वा सू०१० ३६ हत्थपायपडिच्छिन्नं ३९० १५२ से भिक्खू वा० से हत्थं पायं च कायं च ३७९ अगणि वा सू०१२ ३८ बीएसु वा सू० १४ ४१ | हले हलित्ति अन्नित्ति २९३ १२२ से भिक्खू वा० से से भिक्खू वा० से हंदि धम्मत्थकामाणं २१३ सिएण वा सू० ४० ४० हुन्ज कटुं सिलं वा वि से भिक्खू वा० से १२४ ७० कीड वा सू०१५ ४२ | सोवञ्चले सिंघवे लोणे २४ १५ हे भो हलित्ति अन्नित्ति २९६ १२२ ॥२३६॥ __ उदगं वा ॥२३६॥ Jain Education Intern For Private & Personel Use Only www.jainelibrary.org

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