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शीलगुणसू
मानतुंगसूरि [ जयन्ती
प्रश्नोत्तर
धर्मघोषसूरि
समुद्रघोषसूरि
मुनिरत्नसूरि [वि.सं. १२२५
में अममस्वामि
संग्रह के
कर्ता]
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मलयप्रभसूर [वि.सं. १२६० में जयन्तीप्रश्रोत्तर
संग्रहवृत्ति के कर्ता]
चरितमहाकाव्य
के कर्ता]
पूर्णिमापक्ष के आचार्यों की गुरु-परम्परा
सर्वदेवसूरि
I
सं
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चन्द्रप्रभसूरि (पूर्णिमापक्ष के प्रवर्तक वि.सं. ११५९ / इ. सन् ११०२)
देवसूरि
यशोघोषसूरि चक्रेश्वरसूरि
हेमप्रभसूर शिवप्रभसूरि
[प्रश्नोत्तररल
मालावृत्ति
वि.सं.
१२४३]
तिलकाचार्य
[वि.सं. १२७७ में
सम्यक्त्वप्रकरणवृत्ति आदि अनेक
ग्रंथों के रचनाकार ]
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धर्मप्रभसूर
I
शांतिभद्रसूरि
रत्नप्रभसूर
कमलप्रभ
समन्तभद्र
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विमलगणि
[वि.सं. १९८१ दर्शनशुद्धिवृत्ति)
भद्रेश्वरसूरि तिलकप्रभसूरि
त्रिदशप्रभसूरि देवभद्रसूरि मुनिप्रभसूरि वीरप्रभसूरि
[वि.सं.
अजितप्रभसूरि
[ दर्शनशुद्धि बृहद्वृत्ति
१९८१ में
[वि.सं.
दर्शनशुद्धि
वि.सं.
वृत्ति के
रचनाकार ]
१२२४]
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जिनदत्तसूरि सर्वदेवसूरि
शांतिभद्रसूरि सोमप्रभसूरि
भुवनतिलकसूरि रत्नप्रभसूरि
रत्नप्रभसूरि चन्द्रसिंहसूरि
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास भाग - २.... मांथी साभार
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शांतिनाथ
चरित्र]