Book Title: Chandonushasan
Author(s): Hemchandracharya, H D Velankar
Publisher: Singhi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai

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Page 407
________________ ३२७ संस्कृत-वृत्त नाम सूचिः। निःश्रेणिका I. 11. 36 | पिपीलिका I.30.2 निचित दण्डक I. 54.1 पिपीलिकाकरभ I.35.1 नितम्बिनी III. 3 पिपीलिका दण्डक I. 38.2 निलया I.10.8 पिपीलिकापणव I. 40.1 निशा I.18.7-8 पिपीलिकामाला I. 45.1 निशिपाल I. 15. 16 पीनश्रोणि I. 11.33 नील I.16. 12 पुट I. 12.24 नीलतोया I. 6. 19 पुटभेद I. 20 15. नृत्तगति VI. 20 पुण्डरीक I. 12.43 नृत्तललित I. 30.1 पुण्य I. 4. 13 नौ I.2.1 . पुष्प I.2.4; 4. 13 पङ्कजमुक्ता I. 18. 10 पुष्पदाम I. 19. 11 पङ्कजवक्रा I. 18. 10 पुष्पविचित्रा I. 12. 14 पङ्कावली I. 13. 26 पुष्पसमृद्धा I. 10. 17; 23.7 पति I.5.6%; 6. 15 पुष्पिताग्रा III. 36 पलिका I. 10. 28 पृथ्वी I. 17.1 पञ्चकावली I. 214. प्रकाशिता I.7. 10 पञ्चचामर I. 12.3;53; 16. 1; 19.8 प्रकीर्णक IV. 32 पञ्चमगति I. 7. 12 प्रत्यवबोध I. 11.24 पञ्चालI.3.2 प्रत्यापीड IV. 13; 14 पणला I. 10. 20 प्रथिता I. 14.37 पणव I. 10. 183; 20 प्रबोधिता I. 13.38; III. 14 पणव दण्डक I.42.1 प्रभद्रक I. 15.5; 22.5 पतिता I. 11.21 प्रभा I. 12. 28 पथ्या I. 14. 37; IV. 5 प्रभावती I. 13.2; 5; 6 पथ्या मार्या V.2 प्रमदा I. 14. 6; 16.28 पथ्यावक्र IV.5%B6 प्रमदानन I.20.16 पथ्यावृत्त IV.7 प्रमाण I. 12.5 पदचतुरूर्व IV. 11 प्रमाणिका 1.8.3 पदरुचि s. आपीड प्रमिता I. 10.32 पद्धति VI. 22 प्रमिताक्षरा I.12.53 पद्म I.21; 17. 12 प्रमुदितवदना I. 12.27 पानिधि III. 32 प्रमुदिता I. 16. 26 पद्ममाला I. 8.27 प्रमोदमहोदय I.29. 4. पद्ममुखी I. 16. 12 प्रवर I. 3.8 पद्मसम I.21.12 प्रवरललित I. 16.23 पद्मिनी I.8.27; 12.52 प्रवर्तक III. 8 पवित्रा I.9.18 प्रवृत्तक VI. 6 पश्चिमान्तिका VI. 11 प्रसक्तक VI. 6 पादाकुलक VI. 18 प्रसन्ना III. 16 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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