Book Title: Chaiyavandanmahabhasam
Author(s): Shantisuri
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust
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मावानुवनिया
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२८
१३६
बाबारम्मः विविवाहिलं नसबा वित्तितिरिवाविरोहो निरिएल होह हीमो विविहमहादरको विसरबहुते किरिया बीरियविरहाको चिय ... वीरियसबोमवाए ... येनानियाइसिडी ... देवावर विपतिह- ... देख्यर विहानेर बोकिने मूगए . ... बहरितसमाहाणे · ... संपच्छरपाउम्मासविम्या विहिरसिया संचारपहिरसबर- ... संसारगारे .... ... संसारसमुहाको .... .... संसारसायरामो.... मेशिवह नियरिया सं सोपं ति पबह सहिया र पर्व व समत्वएम इमिमा समयमासावशे... संगमवामरवयमा संघसमावारमिमं.. संघ अपमतो ... संचाइयायचीसंस्थम्या पायं.... संयवरो जीवो... संगे महानुभावो ...
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३
सचिव सबवता ... संबमाविरुदकिचे... ...
तममहिनामितं ... | स्तमिया बहुपर ...
वरीयो परा निमोमिगसो ... सन्तानो समुदाको ... संती पस्मो माह ... समिहिर बावरं र सोनवणी ... गरी बसविरहिना ... सन्मादर ... ... सनसनावसर-... ... समापति सबा ... समनाम पाववागर ... समना महाणुमावा समनिउपम्हलचेसंपबाट मह एवं... ... संपुषपक्सवाई .... ... संपुषवंदनविही ... ... संपुना उबोसा ... समविवाई जहा सम्मवरमाह मोही सम्मबिनवंदनं पुष सम्मरसमदिवो ... सम्मदिडो संघो ... सम्ममविवारि सम्मानो मानसपीसबमेव बबो सम्म अवमेवासम्म पुरासम्म बिसि... ...
सम्बत्व पबिहावं ... ८५ सम्मपवावमूलं ... ...
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१४४
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स्वमिह बंदचाए
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