Book Title: Bruhatkalp Sutram Pithika Part 01
Author(s): Sheelchandrasuri, Rupendrakumar Pagariya
Publisher: Prakrit Granth Parishad

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Page 248
________________ 227 122 141 63 458 549 239 673 172 143 558 555 178 701 199 1 D NU 4 152 50 172 103 147 बृहत्कल्पसूत्र-चूर्णि-पीठिकाविभागसत्क-गाथानां अनुक्रमणिका संसत्तग्गहणी पुण 463 सागरियसंजयाणं सागारियअप्पाहण 240 साधारण आवलिया 676 साभाविता तण्णीसा० सामण्ण विसेसेण य 45 सामण्णा जोगाणं 704 सामाइयस्स अत्थं 240 सामित्तकरणअहिगर० 152 सारिक्ख विवक्खेहि य 50 सावगभज्जा सत्तव० सिद्धत्थए वि गिण्हति 231 सीसा पडिच्छगाणं 357 सीसा वि य तूरंती 377 सुणेतीति सुयं तेणं सुण्णं दड़े बडुगा 550 सुत सुत्त गंथ सिद्धत 174 सुत्तं कुणति परिजितं 409 सुत्तं तु सुत्तमेव उ . 312 सुत्तं पदं पयत्थो 304 सुत्तत्थतदुभयाइं 789 सुत्तत्थे कधयंतो 215 सुत्तत्थो खलु पढमो सुत्तम्मि होइ भयणा 781 सुत्तस्स कप्पितो खलु सुत्ते अत्थे तदुभय 407 सुयखंधो अज्झयणा 253 सुहसज्झो जत्तेणं 220 सूइज्जति सुत्तेणं 315 सूरमणी जलकंतो 316 सेढीए दाहिणेणं 677 सेलकुडछिद्दचालिणि 364 सेलघणकुडगचालिणि 336 सेले य छिद्द चालिणि 345 सेसे वि पुच्छिऊणं 497 सेसेसु फासुएणं 589 सो अधिकरणो जधियं 182 37 141 49 109 86 84 199 172 231 355 375 147 547 174 407 310 309 786 214 209 778 406 405 252 219 313 314 674 210 408 197 109 109 67 60 87 87 172 100 362 334 343 494 586 182

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