Book Title: Bruhat Stavanavali
Author(s): Prachin Pustakoddhar Fund
Publisher: Prachin Pustakoddhar Fund

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Page 11
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (१०) ग्रंथांक. विषय. करतानुनाम. पृष्ठ. ६५ नमियपयकमल पंचकड्यापुन्यसागरजी १३० ६३ नेमकीजानवणीला लावणी नवखरामजी १३४ ६४ श्रीअरिहंतअनंत० पारणे मुनिमाल १३५ ६५ गौतमस्वामीपुग स नयसारजी १३० ६६ पहिलो अंगसुहा० स० विनयचंत्रजी १३ए ६७ बीजोअंगतुमेसांन० स० विनयचंजी १५० ६० त्रिजोअंगनलोक० स० विन १४१ ६ए चोथोसमवायांग स० विन० १४२ ७० पंचमअंगे लगवति स० विन ११ बगेअंगते ज्ञाता० स० ७२ सातमोअंगतेसां० स० विन १४५ ७३ आठमे अंगअंतग० स० विन १४६ १४ नवमो अंगअणु० स० विन १४६ ७५ दशमोअंगसुरंगसु० स० विन १४७ १६ सुणोरेविपाक सः विन १४ ७७ अंगझारेमेथु० स० विन ७० मेरेमनमानीज्ञा स्तवन । वालचंद १४ए खए श्रुतअतिहिनलो० स्त उादमाक १५० G० ढंढण शबिजिनेवं सज्काय जिनहर्षजी १५० १ श्रीजिनवाणिरेध० सण २ देवदानवतीर्थक स शधिहरषजी १५३ ११३ विन १४४ LLLLLLLL १४ए For Private And Personal Use Only

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