Book Title: Bruhad Adhyatmik Path Sangraha
Author(s): Abhaykumar Devlali
Publisher: Kundkundswami Swadhyaya Mandir Trust Bhind

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Page 408
________________ भरत चक्रवर्ती के स्वप्न व फल [३९७ M KA Na S ७. दो काले हाथी लड़ रहे हैं। ७. समय पर पानी नहीं बरसेगा व निर्ग्रन्थ मुनि सग्रंथ होंगे। ladi P K UNUPILS Uni N ८. महारथ गोवत्स जुड़े हैं। ८. युवावस्था में ही कदाचित् कोई दीक्षा धारण करेंगे, वृद्धावस्था में दीक्षा नहीं पालेंगे। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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