Book Title: Brief Survey of Jaina Prakrit and Sanskrit Literature Part 4
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 19
________________ List of Reference Books 1) अपभ्रंश-साहित्य , प्रो. हरिवंश कोछड , भारती साहित्य मंदिर , दिल्ली , 1956 2) आगमयुग का जैन दर्शन , पं. दलसुख मालवणिया, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, 1966 3) A Comprehensive and Critical Dictionary of Prakrit Languages, Vol.-1 (Introduction), Dr. A.M.Ghatge, BORI, Pune, 1996 4) जैन न्याय , पं. कैलाशचंद्र शास्त्री , भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन , वाराणसी , 1966 5) जैन साहित्य का इतिहास , पं. कैलाशचंद्र शास्त्री, भाग 1, 2 , श्री गणेश वर्णी दिगम्बर जैन संस्थान, वाराणसी , 1975-1976 6) जैन साहित्य का बृहद् इतिहास , भाग 1-7 , पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान , वाराणसी , 1966-1987 7) दर्शन और चिंतन , पं. सुखलालजी संघवी , सुखलालजी सन्मान समिति , अहमदाबाद , 1957 8) पाइय-सद्द-महण्णवो (प्रस्तावना), हरगोविंददास सेठ , प्राकृत टेक्स्ट सोसायटी , बनारस , 1963 9) प्राकृत भाषा और साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास , डॉ. नेमिचंद्र शास्त्री , तारा पब्लिकेशन्स , वाराणसी, 1966 10) प्राकृत साहित्य का इतिहास , डॉ. जगदीशचंद्र जैन , चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी , 1985 11) प्राचीन भारताचा सांस्कृतिक इतिहास , प्रा. गायधनी , कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन , पुणे , 1955 12) भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान , डॉ. हीरालाल जैन , मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद् , भोपाल , 1962 13) संस्कृत साहित्य का इतिहास , वाचस्पति गैरोला , चौखम्बा विद्याभवन , वाराणसी , 1960 14) हिन्दी जैन साहित्य का बृहद् इतिहास , खंड-१, डॉ. शितिकण्ठ मिश्र , पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान , वाराणसी , 1989 15) History of Indian Literature , Part II , Winternitz M. , Culcutta, 1933 16) A History of Canonical Literature of the Jainas , Kapdiya H.R. , Bombay , 1941 **********************************************************************************************

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