Book Title: Brahmi Vishwa ki Mool Lipi
Author(s): Premsagar Jain
Publisher: Veer Nirvan Granth Prakashan Samiti

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Page 151
________________ कदम्ब - ११२. कन्नड़ साहित्य का नवीन इतिहास ७०, ७३, १०३, ११२. कनिंघम - ७६, कर्पूरमञ्जरी - ५९. कर्मकाण्ड - १२६. ९३. कपायपाहुड़-७४. कल्पसूत्र - ६०, ७७, ९८. कल्याणमन्दिर स्तोत्र- ३२. कलिंग - २७, २८, ५४. कलिंगजिन - १३७. कलिंग लिपि - १०५. कृष्ण- ७५. कातन्त्र रूपमाला - ६८. कातन्त्र व्याकरण - ४०, ४१. कात्यायन- ४५. २८. २९. कायस्थ - २७, कालिदास - ७८. काव्यालंकार टीका - ६०. काशगर-४९. किरातार्जुनीयम्-३७. कीलहार्न-१२१. कुटिललिपि - १०६, ११०. कुन्दकुन्द - ३४, १२२. कुमारसम्भव–४९. कूर्मपुराण- ७५ के. जी. जायसवाल - १०५, १३७. कैलाशचन्द जैन - ९८. कोलब्रुक एसेज - २७. कोपकल्पतरु - ५१. १४० कौटिल्य - २५, ७९. खजुराहो के लेख - २९. खरोष्ठी - ९४, १००, १०१, ११४, ११६, ११७, ११८, ११९. खारवेल - ५४, १३७. Jain Education International खोतानी - १०० १०८. गउडबहो - ५९. गणितसारसंग्रह - १२५. गणेश मन्दिर - ७६. गंगा ( पुरातत्त्वाङक ) - १०२. ग्रन्थलिपि - ११२ ११३. ग्राफ पेपर्स - २८, ४९. गालिक सिंहादित्य - १४. १२६. गिरनार - ११७. ग्रियर्सन - ११०. गुणधर-३४. गुणभद्राचार्य-५६. गुणाद्य-१००. गुप्त इन्सक्रिप्शन्स - १०६. गोम्मटसार जीवकाण्ड - ३३, ३६, ४० १२६. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा - ४६, ४१, ५१.५२,९१.९८१०८, १३६. चम्बा ( जिला ) - ७६.७७. चम्बाघाटी - ५७. चालुक्य - ११२. चूड़ामणि संस्कार - ३८. छत्रचूडामणि- ७९, ८५. छान्दोग्योपनिषद् - ५८ ९२. जदुनाथ सरकार- १०८. जम्बूस्वामी चरिउ - ३२, ८०. जिणदत्तचरिउ - ८०.८६. जिनदासगण - ९५. जिन सहस्रनाम - २४ ८९. जे. एस. आर. फरलांग- १०४. जैनिज्म इन कलिंगदेश- ५४. जैनिज्म इन विहार- १२. जैन शिलालेख संग्रह - ८७. जैन साहित्य और इतिहास - ६५, ६९. जैन साहित्य का बृहत् इतिहास - ३५. For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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