Book Title: Bhavisayatta Kaha
Author(s): Kavi Dhanpal, C D Dalal
Publisher: Baroda Central Library

View full book text
Previous | Next

Page 390
________________ 165 संउ-, . सह-सती. | सग-स्वर्ग सई-स्वयम् सम्गइं-? Desi VIII 4 quotes सग्गह-मुक्त सइत्त D-(-मुदित) Desi VIII 5 सयत्त मुदित as the view of some. If we read Possibly from सचित्त ? सग्गई adj. of दारई, the sense सहत्तणु-स्वत्व (अभिमानः)? मइलिपई न होंति would be clear. He then फुल्लु सईत्तशु चारहहिं XV.8, 10 goes to open doors' i.e. to सउ-शत courtezans, as the next line "-समम् (सह) in the Kadvaka shows. सो सग्गई दारई परिसकइ XVI 9, 8 सउण-शकुन सघण-सघन सउन्न-सपुण्य संक-शंका सउरिस-सुपुरुष संकिय-शंकित सउहुं-सम्मुखम् संकुल-Skt. सएस-स्वदेश संकेय-संकेत संवच्छर-संवत्सर संख-शंख संवद्धण-संवर्धण ,-संख्या संबरइ-संवृणोति संखुत्त-संचब्धि संवरण-Skt. संखेव-स्रक्षेप संवलिय-संवलित संखोह-संक्षोभ संवार-Skt. संखोहइ-संक्षोभयति संवारइ संवरह संग-Skt. संवासिय-(=समाश्वासितः)? तिं वयणि धणवइ सं. संगइ-संगति वासिउ III 8,9 संमग-Skt. संवाहइ-संवाहयति संगय-संगत संविहाण-संविधान संगर-Skt. संसइ-शंसति संगह-संग्रह संसय-संशय संगहइ-संगृह्णाति संसार-Skt. संगाम-संग्राम संसिय-शंसित संगिच्छण-संगृक्षण? तो बहुमंगलसंगिच्छणई चंदण. सकलंकइ-कलङ्कयति चउक्कनिम्मच्छणई VIII 5,9 सक-शक संघ-Skt. सक्का-शक्नोति संघइ-संघट्टते सकसामंत-स्त्रकसामन्त Doubling of क संघडइ-संघटते sporadic or metri causa संघडण-संघटन. सकार-सत्कार संघाय-संघात सक्केय-साकेत ? शाकेय see Introduction संघारिय-संहारित (मारित) म. संघार p. 7 सबविय D-(अभिप्रेत) Desi VIII 17 सक्ख-साख्य सचवि तह अहिप्पेए सक्खि-साक्षिन् सच्छ-साक्षात्

Loading...

Page Navigation
1 ... 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402